तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ The essence https://baglamukhi97529.jaiblogs.com/61566958/the-definitive-guide-to-world-famous-tantrik-goldie-madan