चन्दन, केसर, कस्तूरी, गोरोचन और कपूर का मिश्रण कर गुलाब जल या फिर गंगा जल में मिलाकर घोटे. ॥ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्टं निवारय मम कार्य सिद्धं कुरु कुरु स्वाहाः॥ ॐ नमो तिलक इश्वर तिलक महेश्वर तिलक जय विजय कार ॐ खां ग्याम ग्याह महुम पति/पत्निं वश्यम् कुरुह कुरु https://vashikaran22198.thekatyblog.com/33530605/detailed-notes-on-mantra